यूपी लॉकडाउन : 600 से कम एक्टिव केस वाले 55 जिलों को राहत, लखनऊ समेत इन जिलों में ढील नहीं
उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना से जुड़ी पाबंदियों में राहत देने का ऐलान किया है. 1 जून से जिन जिलों में 600 से कम एक्टिव मामले होंगे, यूपी में कोरोना की लॉकडाउन जैसी पाबंदियों से 55 जिलों को राहत दी गई है. यूपी के मुख्य सचिव ने रविवार को ऐलान किया कि 1 जून से उत्तर प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू में ढील दी जाएगी. शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा.शनिवार व रविवार को साप्ताहिक बंदी रहेगी.
यूपी के 75 जिलों में से 55 जिलों में 1 जून से सुबह 7 से शाम 7 बजे तक बाजार खुल सकेंगे, क्योंकि वहां कोरोना के एक्टिव केस 600 से कम हैं. 20 ज़िले ऐसे हैं, जहां कोरोना कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी जाएगी. ये ज़िले लखनऊ,मेरठ, सहारनपुर, वाराणसी,ग़ाज़ियाबाद,गोरखपुर,मुजफ्फरनगर,बरेली,नोएडा,बुलंदशहर,झांसी,प्रयागराज,लखीमपुर,सोनभद्र,जौनपुर,बाग़पत,मुरादाबाद,ग़ाज़ीपुर,बिजनोर और देवरिया हैं. इन जिलों में पाबंदियों में फिलहाल कोई ढील नहीं दी जाएगी.
जिन 55 जिलों में सुबह सात से शाम सात बजे तक बाजार खोलने की इजाज़त दी गई है, उन जिलों में सरकारी और ग़ैर सरकारी दफ्तर 50 फीसदी हाज़िरी के साथ खुल सकेंगे.सारे स्टाफ से काम लेने के लिए उन्हें रोटेशन पर बुलाया जाएगा, लेकिन एक वक्त में सिर्फ 50 फीसदी लोग ही आफिस जा सकेंगे. फ्रंटलाइन विभाग के कर्मचारी पूरी तरह पूरे प्रदेश में पहले की तरह काम करते रहेंगे.यूपी सरकार ने हिन्दी पत्रकारिता दिवस के मौके पर कोरोना से जान गंवाने वाले पत्रकारों के परिवारों को 10 लाख रुपये देने का ऐलान भी किया है.
स्कूल,कॉलेज ,शिक्षण संस्थान पहले की तरह बंद रहेंगे, लेकिन टीचर वहां जा सकेंगे. सभी कक्षाओं की ऑनलाइन पढ़ाई की इजाज़त होगी. बैंक सभी जगह पहले की तरह खुले रहेंगे. रेस्तरां खोलने की इजाज़त नहीं होगी लेकिन वे होम डिलीवरी कर सकेंगे. हाईवे और एक्सप्रेसवे पर ढाबे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए खुल सकेंगे. हाईस्कूल की यूपी बोर्ड परीक्षाएं पहले ही रद्द कर दी गई हैं. इंटर की परीक्षाओं पर जुलाई के दूसरे हफ्ते में फैसला होना है. गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर में यूपी में कोविड केस 34 हजार के रिकॉर्ड स्तर से ऊपर चले गए थे, जो अब करीब रोजाना दो हजार तक ही रह गए हैं.यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में रविवार को 1900 कोरोना के केस मिले हैं. जबकि एक्टिव केस 41 हजार के करीब रह गए हैं. यूपी में मृत्यु दर सबसे कम है. साथ ही सबसे कम पॉजिटिविटी रेट और सबसे ज्यादा रिकवरी रेट है.