मेट्रो फेज 4: बनेंगे 45 नए मेट्रो स्टेशन, जानें कुंडली, इंद्रलोक, साकेत वालों के लिए आ गई क्या गुड न्यूज दिल्लीवालों के लिए अच्छी खबर है। दिल्ली की लाइफ लाइन कही जाने वाली दिल्ली मेट्रो के फेज-4 पर अब तेजी से काम किया जाएगा। फेज-4 के तीन कॉरिडोर में काम में तेजी लाने के लिए केंद्र, दिल्ली सरकार और DMRC के बीच मओयू साइन करने की मंजूरी दी है।
नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो के फेज-4 के निर्माणाधीन तीन कॉरिडोर के काम में तेजी लाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार, डीएमआरसी और केंद्र सरकार के बीच एमओयू साइन करने की मंजूरी दी है। इस मंजूरी के बाद जनकपुरी वेस्ट से रामकृष्ण आश्रम मार्ग, दिल्ली एयरोसिटी से तुगलकाबाद और मजलिस पार्क से मौजपुर के बीच बन रहे तीन नए मेट्रो कॉरिडोर्स के निर्माण कार्य की राह में आ रही वित्तीय और प्रशासनिक अड़चनें दूर होंगी और निर्माण कार्य में तेजी आएगी। कुल 65.20 किलोमीटर लंबे इन तीनों मेट्रो कॉरिडोर्स पर 45 नए मेट्रो स्टेशंस बनाए जाएंगे।
दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक हाई पावर कमिटी का भी गठन किया जाएगा। इसमें दिल्ली सरकार के संबंधित विभागों के सचिव, नगर निकायों के प्रमुख और अन्य सदस्य होंगे। इस समिति का मुख्य उद्देश्य दिल्ली से जुड़े सभी मुद्दों, विशेषकर जमीन अधिग्रहण, यूटिलिटी की शिफ्टिंग, प्रोजेक्ट के स्ट्रक्चर में बदलाव, प्रभावित व्यक्तियों का पुनर्वास, मल्टीमॉडल इंटिग्रेशन आदि से जुड़े मुद्दों का समाधान और उनकी स्थिति को सुनिश्चित करना होगा।
एमओयू के तहत दिल्ली सरकार प्रोजेक्ट की जमीन को बिना किसी बाधा के तुरंत ट्रांसफर करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी और जल्द से जल्द जमीन डीएमआरसी को सौंपेगी। इस कार्रवाई में सरकारी जमीन का पट्टा, हस्तांतरण या निजी जमीन की खरीद या अधिग्रहण शामिल होगा, लेकिन यह इन्हीं तक सीमित नहीं होगा। दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि भूमि अधिग्रहण या हस्तांतरण के कारण प्रोजेक्ट के काम में कोई देरी न हो।
फेज-4 में मेट्रो के तीन निर्माणाधीन कॉरिडोर का काम कोविड के कारण देरी से चल रहा है। वहीं, बाकी के तीन कॉरिडोर के निर्माण को लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, पिछले साल डीएमआरसी ने रिठाला-बवाना-नरेला कॉरिडोर को हरियाणा के कुंडली तक एक्सटेंड करने के लिए एक नई डीपीआर बनाने का काम शुरू किया था। यह भी तय किया गया है कि इस कॉरिडोर पर मेट्रो लाइट चलाने के बजाय नॉर्मल मेट्रो ही चलाई जाएगी। नरेला समेत बाहरी दिल्ली के कुछ अन्य इलाकों को इंडस्ट्री और एजुकेशन का हब बनाने के लिए डीडीए भी कुछ नई परियोजनाओं पर काम रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार, डीएमआरसी और दिल्ली सरकार के बीच एमओयू साइन होने के बाद माना जा रहा है कि इन बाकी के तीन कॉरिडोर्स को भी जल्द मंजूरी मिल सकती है।