राम मंदिर से लोकतंत्र के मंदिर तक… वे 3 मौके जब साष्टांग नजर आए PM मोदी
नए संसद भवन में रविवार को पवित्र सेंगोल स्थापित किया गया. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हवन के बाद पवित्र सेंगोल को साष्टांग दंडवत प्रणाम किया. यह पहली बार नहीं है कि जब देश के प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्रा में नजर आए हों. जनता उन्हें राममंदिर से लेकर लोकतंत्र के मंदिर यानी संसद भवन तक नतमस्तक होते देख चुकी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह नए संसद भवन का उद्घाटन किया और ऐतिहासिक सेंगोल को लोकसभा कक्ष में स्थापित किया. पारंपरिक पोशाक पहने प्रधानमंत्री मोदी संसद परिसर के गेट नंबर-1 से अंदर गए और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उनका स्वागत किया. कर्नाटक के श्रृंगेरी मठ के पुजारियों ने पूजा पाठ कराया और पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच प्रधानमंत्री ने इस शुभ कार्य के अवसर पर गणेश जी का आह्वान किया. प्रधानमंत्री ने सेंगोल के सामने सांष्टांग दंडवत प्रणाम किया और हाथ में पवित्र राजदंड लेकर तमिलनाडु से आए अधिनम संतों से आशीर्वाद मांगा. यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री मोदी सार्वजनिक रूप से इस तरह साष्टांग नजर आए हों. इससे पहले भी जनता उन्हें 2 बार इस तरह की मुद्रा में देख चुकी है.