18+ वालों का मौके पर ही होगा रजिस्ट्रेशन, दफ्तरों में भी लगेगा टीका
गाजियाबाद- नए नियम में फिलहाल सरकारी कर्मचारी, बैंककर्मी, अधिवक्ता, जज, जूडीशरी के अन्य अधिकारी और कर्मचारी, मीडियाकर्मी और ऐसे अभिभावकों को शामिल किया गया है, जिनके बच्चों की आयु 12 साल से कम है। जिले में प्रतिदिन इन वर्गों में 1200 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। जिसमें से 600 का ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में 1 जून से 18 प्लस वालों के लिए बिना प्री रजिस्ट्रेशन और वर्क प्लेस पर कोरोना का टीका लगाने का रास्ता खुल जाएगा। हालांकि इस तरह से टीकाकरण पहले चरण में कुछ खास वर्गों में ही हो सकेगा। इसके लिए शासन स्तर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुट गया है। नए नियम में फिलहाल सरकारी कर्मचारी, बैंककर्मी, अधिवक्ता, जज, जूडीशरी के अन्य अधिकारी और कर्मचारी, मीडियाकर्मी और ऐसे अभिभावकों को शामिल किया गया है, जिनके बच्चों की आयु 12 साल से कम है। जिले में प्रतिदिन इन वर्गों में 1200 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। जिसमें से 600 का ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।
शासन स्तर से टीकाकरण को लेकर जारी किए गए नए निर्देशों में कहा गया है कि स्वास्थ्य विभाग वर्क प्लेस पर कैंप लगाकर टीकाकरण करेगा। इसके लिए विभाग फिलहाल योजना बना रहा है। वैक्सीनेशन के नोडल अधिकारी डॉक्टर जी.पी. मथुरिया ने बताया कि शासन की मंशा है कि 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिए ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरु करते हुए वैक्सीनेशन किया जाए। इसके लिए फिलहाल कुछ वर्गों को चिह्नित किया गया है। इसके साथ ही वर्क प्लेस पर कैंप लगाकर वैक्सीनेशन के निर्देश दिए गए हैं।
यह कैंप सरकारी कार्यालयों में ही लगाए जाएंगे। इनमें सरकारी कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाएगा। ऐसे कर्मचारी जो 18 से 44 आयु वर्ग में आते हैं और उनका टीकाकरण नहीं हो सका था। ऐसे 50 लोगों को ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा कैंप में 45 से 60 वर्ष वाले 50 लोगों को भी ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा मिलेगी। जिले में सरकारी कार्यालयों में प्रतिदिन दो कैंप लगेंगे। इसके अलावा मीडिया कर्मियों के लिए एक और जूडिशरी के लिए एक कैंप लगाया जाएगा।
अभिभावकों के लिए अलग से होगी व्यवस्था
तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए शासन ने 12 साल या उससे कम आयु वाले बच्चों के अभिभावकों के टीकाकरण के भी निर्देश दिए हैं। ऐसे अभिभावकों के टीकाकरण के लिए जिले के दो वैक्सीनेशन सेंटर्स में व्यवस्था की जाएगी। वैक्सीनेशन के इच्छुक अभिभावकों को बच्चे का और अपना आधार कार्ड ले जाना जरूरी होगा। यदि किसी के बच्चे का आधार कार्ड नहीं बना तो उसका जन्म प्रमाणपत्र भी प्रस्तुत किया जा सकता है। डॉक्टर मथुरिया ने बताया कि शासनादेशों के अनुसार जिले मे चल रहे वैक्सीनेशन सेंटर्स में से ही किन्हीं दो सेंटर्स में इसकी व्यवस्था करनी है। फिलहाल देखा जा रहा है कि जिले में किन दो सेंटर्स में इतनी जगह है।
वैक्सीन की नहीं होगी कमी
शासन और मंडल स्तर से जिले के अधिकारियों को वैक्सीन की कमी नहीं होने देने का आश्वासन दिया गया है। जिले में प्रतिदिन लगभग 9 हजार लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा था। जिसे बढ़ाकर लगभग 12 हजार किया गया। अब विभाग इसे बढ़ाकर 15 से 17 हजार करने जा रहा है। सीएमओ डॉक्टर एनके गुप्ता ने बताया कि शासन और मंडल स्तर के अधिकारियों ने जिले में वैक्सीन की कमी नहीं होने देने का आश्वासन दिया है। जिसके तहत एक दिन की डोज शेष रहने पर अगले 6 दिन के लिए वैक्सीन जिले को भेज दी जाएगी। शासन और मंडल के इस आश्वासन पर जिले में वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाई जा रही है।